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Essay On Christmas – Christmas Nibandh (क्रिसमस पर निबंध)
आज की इस पोस्ट में हम लेकर आएं है आपके लिए एक महत्वपूर्ण निबंध जो कि है क्रिसमस पर निबंध (Essay On Christmas). वैसे तो निबंध लेखन का विषय बहुत है विस्तृत है लेकिन फिर भी हम आपको उन्ही विषयों के निबंध से अवगत करवाते है जो अधिक महत्वपूर्ण होते है और जिनकी परीक्षा में पूछे जाने कि अधिक संभावना होती है। इसलिए आज का क्रिसमस निबंध (Christmas Essay in Hindi) भी ऐसा ही एक महत्वपूर्ण निबंध है जो अक्सर परीक्षाओं में देखने को मिलता है। तो चलिए इस निबंध को पढ़ते है बिना किसी देरी किये।
Christmas Essay in Hindi (क्रिसमस हिंदी निबंध)
क्रिसमस – ईसा मसीह का जन्म दिन
भारत में विभिन्न धर्मों के लोग रहते है। इनमें हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध आदि प्रमुख हैं। धर्म निरपेक्ष भारत में यही कारण है कि सभी तरह के पर्व मनाये जाते हैं। क्रिसमस अर्थात बड़े दिन का त्यौहार ईसाई धर्म के लोगों का महान पर्व है। यह पर्व हिन्दुओं के राम नवमी तथा जन्मास्टमी पर्वों से मिलता-जुलता है। क्रिसमस का त्यौहार लगभग विश्व के सभी देशों में मनाया जाता है। यह पर्व प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह का जन्म हुआ था। उसी खुशी में यह त्यौहार मनाया जाता है। भूगोल की दृष्टि से यह दिन वर्ष भर का सबसे बड़ा दिन होता है। इसलिए इसे बड़ा दिन भी कहते हैं।
इस दिन की ईसाई लोगों द्वारा बड़ी उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा की जाती है। इस संसार में महाप्रभु ईसा मसीह के जन्म दिन को बड़ी पवित्रता और आस्थापूर्वक मनाया जाता है। इस दिन ही श्रद्धालु और विश्वस्त भक्त जान ईसा मसीह की पुनर्जन्म की शुभकामना किया करते है। उनकी याद में विभिन्न स्थानों पर प्रार्थनाएं और मूल भावनाएं प्रस्तुत की जाती है।
Long Essay on Christmas in Hindi
क्रिसमस का त्यौहार मुख्य रूप से ईसाई धर्म के अनुयायियों और उसके समर्थकों द्वारा मनाया जाता है। मसीहा का जन्म 25 दिसंबर की रात बारह बजे बेथलेहम शहर में स्थित एक गौशाला में हुआ था। इनकी माँ का नाम मरियम था। जो कि दाऊद वंश की थी। उनकी माँ ने उन्हें एक साधारण कपडे में लपेट कर धरती पर लिटा दिया था। जन्म के समय ईसा मसीह का नाम एमानुएल रखा गया। इस शब्द से अभिप्राय मुक्ति प्रदान करने वाले से है। इनके नाम के अनुरूप भी कहा जाता है कि ईश्वर ने उन्हें इस धरती पर मुक्ति प्रदान करने वाले के रूप में अपना दूत बनाकर भेजा था, जिसे ईसा मसीह ने अपने कार्यों द्वारा सिद्ध भी कर दिखाया।
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पर्व से एक दिन पूर्व अर्थात 24 दिसंबर से लोग अपने घरों के साथ-साथ धार्मिक स्थलों के सजाने लग जाते है। इस दिन ठीक अर्धरात्रि में ईसा मसीह का जन्म हुआ था। इस ख़ुशी में लोग अपने घरों को रंग बिरंगी रोशनी से सजाते है। ठीक रात्रि बारह बजे गिरजाघरों में प्रार्थना शुरू हो जाती है। और शुरू हो जाता है बड़े दिन का त्यौहार। रात्रि 1 बजे से 25 दिसंबर का बड़ा दिन शुरू हो जाता है। इस दिन भी गिरजाघरों में प्रार्थना की जाती है। प्रार्थना सभा समाप्त होने पर वहां उपस्थित लोग एक दूसरे को बधाई देकर अपने-अपने घर लौट आते है।
Short Note of Christmas in Hindi
यह त्यौहार विश्व का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है। ईसाई धर्म की विशालता के कारण इस सम्प्रदाय के लोग लगभग विश्व के हर हिस्सें में रहते हैं। इसलिए यह त्यौहार सम्पूर्ण विश्व में बड़ी ही लगन और तत्परता के साथ प्रति वर्ष मनाया जाता है।
सत्य, अहिंसा और मानवता के संस्थापक और प्रतीक कहलाते हैं ईसा मसीहा। इनके सामान्य और साधारण जीवन के आचरण को देखकर कहा जा सकता है कि वे सादा जीवन और उच्च विचार के प्रतीकात्मक महामना थे। ईसा मसीहा ने भेड़ बकरियों को चराते हुए उस समय प्रचलित अंधविश्वासों और रूढ़ियों के प्रति विरोध जताना शुरू किया, जिसका लोगों ने कड़ा विरोध किया। हालांकि उनके समर्थक भी थे जो कि अंधविश्वासों और रूढ़ियों को प्रगति में बाधक मानते थे।
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उनके विरोधी ज्यादा होने के कारण उन्हें प्रसिद्धी मिलने में समय नहीं लगा। ईसा मसही के विचारों को सुन यहूदी लोग घबरा उठे। यहूदी अज्ञानी होने के साथ-साथ अत्याचारी भी थे। वे ईसा मसीह को मुर्ख कह जलते भी थे लेकिन अंदर से वे ईसा मसीह से भयभीत थे। उन्होंने ईसा मसीह का विरोध करना शुरू कर दिया। यहूदियों ने ईसा मसीह को जान से से मार डालने तक की योजना बनानी शुरू कर दी थी। ईसा मसीह को जब पता चला कि यहूदी उन्हें मारना चाहते है तो वे यहूदियों से कहा करते थे कि तुम मुझे आज मारोगे मैं कल फिर जी उठूंगा।
History of Christmas Essay
Short Chirstmas Essay in English
Christmas is the famous festival of Christians. It is celebrated every year on 25 December all over the world. The Christmas festival is celebrated as the birthday of Jesus Christ. Jesus Christ is the originator of Christianity. Christian people consider him the son of God and The Third Member of the The Holy Trinity.
How was incensed to remove the affliction of the afflicted and miserable people of the world and to reveal the true nature of God to others. Initially, he had to face many difficulties, but gradually the number of followers increased. He tried to remove superstition, ignorance, misery, etc. in the world.
It is said about Jesus Christ that the Jews began to jealous of the growing popularity of Jesus. They began to feel that Jesus could take power from them, so they were crucified under the conspiracy. Christians believe that the Lord Jesus Christ was resurrected on the third day according to his statement. He did great miracles, which is not the case of a human being because the power to do it was from God. This is the biggest and happiest festival of the Christian community, due to which it is also called a big day. The festival has the same significance for the Christian community, which is of Dussehra and Diwali for Hindus.
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