हाथी (Elephant) के बारे में वैसे तो हम सभी परिचित है मगर हम सब हाथी के बारे में बहुत कम जानकारी है। कुछ ही लोगो को हाथी से जुडी अधिक जानकारी होगी। ऐसे में बच्चों को भी अक्षर हाथी पर निबंध (Hathi par Nibandh) लिखने को दे दिया जाता है लेकिन हमारी कम जानकरी की वजह से हाथी पर निबंध (Essay on Elephant) लिखने में मुश्किल हो जाती है और हम मुश्किल दो-चार लाइन ही हाथी के बारे में लिख पाते है। कक्षा 1, 2 और कक्षा 3 के स्टूडेंट्स को अधिकतर बार हाथी पर दस लाइन लिखने (About Elephant in Hindi 10 Points) को भी बोल दिया जाता है, तो ऐसे में हाथी के बारे में कम जानकारी के आभाव में निबंध तो दूर वे दस लाइन लिखना भी मुश्किल हो जाता है।
लेकिन आज हम इस पोस्ट में लेकर आये है हाथी पर निबंध, वो भी हिंदी में। नीचे दो हाथी निबंध दिए गए हैं जिनकी सहायता से आप हाथी के बारे में और अधिक जानकारी जुटा पाएंगे।
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Elephant Essay in Hindi for Class 1 to 5 (हाथी पर निबंध)
हाथी : निबंध (Elephant Essay) – 1
विश्व में अनेक प्रकार के पशु पाए जाते हैं लेकिन सबसे भारी भरकम पशु हाथी है। हाथी (Elephant) का शरीर विशालकाय होता है। नाक की तरह एक लंबी सूंड होती है जिससे वह भोजन उठाकर मुंह में डालता है। वह लकड़ी उठाने जैसा भारी काम भी करता है।
जंगल में हाथी प्रायः झुंड में ही पाए जाते हैं। यदि वह अपने झुंड से भी बिछुड़ जाए तो वह घबरा जाता है। हाथी (Hathi) के झुंड का नेतृत्व एक हथिनी करती रहती है। यदि कोई दूसरा हाथी नेता बनना चाहता है तो उसे पहले नेता से लड़ना पड़ता है यदि वह जीत जाता है तो हाथियों का नेता बन जाता है और बाकी हाथी उसके पीछे पीछे चलते हैं।
हाथी (Elephant) के पैर के तलवे को ‘तबक’ कहते हैं। यह नीचे से बहुत मुलायम होते हैं कठोर जगह चलने से वह खिल जाते हैं। इसलिए यह मिट्टी या रेतीली भूमि पर चलते हैं।
हाथी की चाल आदमी से तेज होती है। यदि हाथी पीछे पड़ जाए तो उससे पीछा छुड़ाना कठिन हो जाता है। यदि हाथी पीछे हो तो व्यक्ति को सीधा नहीं भागना चाहिए बल्कि टेढ़ा-मेढ़ा भागना चाहिए क्योंकि हाथी को टेढ़ा मेढ़ा भागने में कठिनाई होती है। यदि ढलानदार रास्ता हो तो उसे नीचे की ओर भागना चाहिए क्योंकि नीचे की ओर दौड़ने से आदमी की गति बढ़ जाते हैं और हाथी (Hathi) में कोई विशेष अंतर नहीं आता।
हाथियों का शिकार करने के लिए एक गड्ढा हाथी की ऊंचाई जितना खोद लिया जाता है। उसे पतले-दुबले बांसों और घास-फूस से ढक दिया जाता है। हाथियों का झुंड जब वहां से गुजरता है, तो कोई न कोई हाथियों उनमें से नीचे गिर जाता है। फिर डंडे की सहायता से हाथी को बाहर निकाला जाता है। कहा जाता है कि हाथी के मस्तक पर मणि होती है, लेकिन यह मणि नहीं होती अपितु हाथी के मस्तक से जब मद चूता है तो वह उसके कपोलों की झुर्रियों में इकट्ठा हो जाता है। जब वह सख्त हो जाता है तो गांव वाले उसे निकाल लेते हैं और घिस कर उसे आकार दे देते हैं और गले में पहनते हैं। वह लोग उसे ‘गजमुक्ता’ कहते हैं।
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प्राचीन काल से मैं राजा हाथी पर सवार होकर युद्ध और शिकार के लिए जाते थे। दक्षिण भारत में आज भी उत्सवों में हाथी को शामिल किया जाता है। उसके बिना कोई भी उत्सव अधूरा माना जाता है। सर्कस में भी हाथी तरह-तरह के करतब दिखाता है। बोझा ढोने का काम भी हाथी से लिया जाता है। माना जाता है कि जिस हाथी (Hathi) के आगे वाले पैर में पांच-पांच उंगलियां और पिछले पैर में चार-चार उंगलियां हो वह हाथी शुभ माना जाता है।
हाथी (Elephant) का दांत भी बहुत काम आता है, उससे नाना प्रकार के आभूषण और गृह सज्जा का समान बनाया जाता है। लड़की की शादी में उसे चूड़ा भी हाथी दांत का पहनाया जाता है। प्राचीन काल के राज सिंहासनों पर हाथी दांत की पच्चीकारी की जाती थी।
जब हाथी के गंड स्थलों से मद निकलता है तब बहुत मदमस्त हो जाता है और कई बार बेकाबू भी हो जाता है और अपने महावत तक का कहना भी नहीं मानता।
भोजन ना करने वाले हाथी के बच्चे का मल-मूत्र औषधि के काम आता है।
हाथी-पालन राजा महाराजाओं के बस की बात है। सामान्य व्यक्ति तो उसे भरपेट खुराक भी नहीं दे सकता।
Hathi Par Nibandh Hindi Mein
हाथी पर निबंध -2
एक हाथी (Hathi) बहुत चालाक, आज्ञाकारी और पृथ्वी पर सबसे बड़ा जानवर है। यह अफ्रीका और एशिया में पाया जाता है। आम तौर पर, यह ग्रे (स्लेटी/धूसर) रंग का होता है हालांकि, थाईलैंड में सफेद रंग का भी पाया जाता है। मादा हाथी झुंड़ में रहना पसंद करती है हालांकि, नर हाथी एकांत में रहना पसंद करते हैं। हाथियों का जीवन 100 साल से भी अधिक होता है।
ये आमतौर पर जंगलों में रहते हैं तथापि, इन्हें सर्कस और चिड़ियाघर में भी देखा जा सकता है। ये 11 फीट की ऊँचाई और 13,000 पाउंड वजन तक बढ़ते हैं। अभी तक का सबसे बड़ा हाथी 13 फीट और 24,000 पाउंड वजन का मापा गया है। एक अकेला हाथी (Elephant) प्रतिदिन 400 पाउंड खाना और 30 गैलन पानी पी सकता है।
हाथी की त्वचा एक इंच मोटी होती है हालांकि, बहुत ही संवेदनशील होती है। वे बहुत अधिक दूरी से, लगभग 5 मील की दूरी से एक-दूसरे की आवाज को सुन सकते हैं। नर हाथी वयस्क होते ही अकेले रहना शुरु कर देते हैं हालांकि, मादा हाथी समूह में रहती है (समूह की सबसे बड़ी मादा को कुलमाता कहा जाता है)। बुद्धिमत्ता, सुनने की अच्छी क्षमता और सूँघने की बेहतर क्षमता होने के बाद भी हाथी (Hathi) की देखने की क्षमता बहुत कमजोर होती है।
हाथी बच्चों को अपने रुचिकर दिखावट; जैसे – दो बड़े कान, दो लम्बें दाँत, स्तंभ की तरह चार पैर, एक बड़ी सूंड़, एक विशाल शरीर, दो छोटी आँखें, और एक छोटी पूँछ आदि के कारण बहुत ही आकर्षित लगता है। यह माना जाता है कि, इसके दाँत (टस्क) पूरे जीवनभर बढ़ते रहते हैं। सूंड़ खाना खाने, पानी पीने, नहाने, सांस लेने, सूँघने, वजन उठाने आदि के लिए प्रयोग किया जाता है। यह माना जाता है कि, हाथी (Elephant) बहुत ही चालाक होते हैं और जीवन में हुई किसी भी घटना को हमेशा याद रखते हैं। वे एक-दूसरे से बहुत ही धीमी आवाज में बात करते हैं।
हाथी (Hathi) के बच्चे को कॉल्फ कहा जाता है। हाथी स्तनधारियों की श्रेणी में आते हैं, क्योंकि वे एक बच्चे को जन्म देते हैं और अपना दूध पिलाते हैं। एक हाथी का बच्चा अपनी माँ के गर्भ में लगभग 20 से 22 महीने में विकसित होता है। अन्य कोई भी बच्चा जन्म से पहले अपनी माँ के गर्भ में विकसित होने में इतना अधिक समय नहीं लेता है। एक मादा हाथी प्रत्येक चार या पाँचवें साल में एक समय में केवल एक ही बच्चें को जन्म देती है। वे 85 से.मी.(33 इंच) लम्बें और 120 किलो वजन वाले बच्चे को जन्म देती हैं।
एक हाथी (Hathi) का बच्चा अपनी सूंड़ का प्रयोग करना लगभग एक साल से भी अधिक समय में सीखता है। हाथी का बच्चा प्रतिदिन 10 लीटर दूध पी सकता है। हाथियों पर अपने आकार, शिकार, बहुमूल्य आइवरी दाँत, आदि के कारण विलुप्त होने का खतरा है। पृथ्वी पर इनकी उपलब्धता को बनाए रखने के लिए इन्हें सुरक्षित करने की आवश्यकता है।
About Elephant in Hindi 10 Points (हाथी से जुड़े 10 बिंदु )
- हाथी एक विशालकाय जानवर है जिसकी ऊंचाई लगभग 11 फ़ीट से भी अधिक होती है।
- हाथी का जीवनकाल 100 से अधिक होता है।
- हाथी की त्वचा तक़रीबन 1 इंच मोटी होती है।
- एक हाथी एक दिन में 400 पाउंड खाना खा सकता है और 30 गैलन पानी पी सकता है।
- हाथी 5 मील से एक-दूसरे की आवाज़ सुन सकते है।
- हाथी की देखने की क्षमता कमज़ोर होती है।
- हाथी के दांत जीवनभर बढ़ते रहते है।
- एक हाथी का बच्चा अपनी माँ के गर्भ में लगभग 20 से 22 महीने में विकसित होता है।
- एक मादा हाथी प्रत्येक चार या पाँचवें साल में एक समय में केवल एक ही बच्चें को जन्म देती है।
- हाथी के बच्चे का जन्म के समय भर तक़रीबन 120 किलो होता है।
- हाथी का बच्चा प्रतिदिन 10 लीटर दूध पी सकता है।
- हाथी के दांत बहुत कीमती होते है।
About Elephant (Hathi) Wikipedia Link
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